गर्मी का मौसम आते ही चिलचिलाती धूप के कारण गर्म हवाएँ चलने लगती हैं, चारों तरफ का वातावरण एकदम गर्म हो जाता है और टेम्प्रेचर(Temperature) बढ़ जाता है जिसके कारण कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। फिर भी घर से बाहर तो निकलना ही पड़ता है और इन समस्याओं से दो चार होना ही पड़ता है। पसीने से तर-बतर लोगों के शरीर में पानी और मिनरल्स (Water&Mineral) की कमी हो जाती है,और लू (Heat Stroke) लगने जैसी समस्याएं होने लगती हैं। इस साल तो कई राज्यों में तापमान 50 डिग्री को भी पार कर चुका है,ऐसे में और ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। कुछ छोटी छोटी बातों को ध्यान में रखकर इन समस्याओं से निपटा जा सकता हैं तो आइये जाने लू लगने के बचाव,लक्षण व घरेलु इलाज....
2- घर से निकलने से पहले पानी पेट भर पी के निकले, बाहर या गर्मी से आने के कम से कम 15 मिनट बाद पानी पीयें या हाथ-पैर, मुँह धोयें क्योंकि शरीर का तापमान(Temperature) असंतुलित रहता हैं।
3- अगर घर से बाहर जाना है तो सुबह 10बजे के पहले और शाम को 4 बजे के बाद ही निकले क्योंकि 10 बजे से लेकर 4 बजे तक धूप बहुत तेज होता है जिससे लू लगने का खतरा बहुत ज्यादा होता है। अगर निकलना जरूरी हो तो कुछ सावधानी जरूर अपनायें -
*कभी भी खुले सिर बाहर न निकले क्योंकि इसके कारण चक्कर और सिरदर्द जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। ऐसे में सिर को ढककर ही बाहर निकले। इसके लिए छतरी,स्कार्फ या टोपी का इस्तेमाल करें। हो सके तो सिर को गीला कपड़ा से ढके ताकि गर्मी का असर थोडा कम हो।
*हल्का या सूती,ढीलाढाला,हल्का रंग वाले कपड़े पहनें।
*पानी ले कर निकले और बीच-बीच में पीते रहें।व पेय प्रदार्थ का भी सेवन कर सकते है।
4- धूप से आकर तुरन्त AC या Cooler में न बैठे और न ही ठण्डा पानी पीयें। जब शरीर का तापमान सामान्य हो जाये तभी पानी पीयें। या Ac या Cooler में रह कर तुरंत धूप में न जाएँ 15 मिनट बाद निकले।
5- गर्मी से राहत पाने के लिये शीतल व ठंडे फलों का सेवन करना बहुत जरूरी होता है क्योंकि ये फल हमारे शरीर को अंदर से ठण्डक प्रदान करते हैं। जिसमें विटामिन A, B, C, कार्बोहायड्रेट व मिनरल्स और पानी भरपूर मात्रा में पाये जाते हैं जैसे कि - बेल का शरबत, नींबू शिकंजी, गन्ने का रस, नारियल का पानी, आम का पना, सन्तरा खीरा, ककड़ी, तरबूज, खरबूज, आँवला आदि ।इनका सेवन करने से हमारे शरीर में पानी और मिनरल्स की कमी(Dehydration) नहीं होती है जिससे लू लगने का खतरा कम रहता है।
6- नींबू पानी – गर्मी के मौसम में नींबू का सेवन बहुत ही आवश्यक होता है क्योंकि इसमें विटामिन C पाया जाता है। गर्मी से होने वाली समस्याएं जैसे-गैस बनना,जी मिचलाना, कमजोरी महसूस होने पर नींबू में नमक और चीनी मिलाकर पीने से राहत मिलती है।इसके साथ-साथ नीबू पानी पीने से हमारी स्किन भी चमकती है।
7- अनाज का सेवन कम करें–गर्मी के मौसम में अनाज का सेवन कम करें क्योंकि अनाज शरीर में गर्मी को बढ़ाता है। इसलिये रात को हल्का भोजन ही करें और सुबह हल्का भोजन करके ही बाहर निकले ।इसके साथ साथ तेल, मसाला, चाय,काफी का भी सेवन कम करें। और तरल फल व पेयों का सेवन ज्यादा करें।
2 - बहुत लंबे समय तक गर्म मौसम में रहना।
3 - गर्म मौसम से तुरंत ठण्डे मौसम में जाना
4 - तरल प्रदार्थ का सेवन ना करना।
*लू लगना या तापघात ऐसी अवस्था हैं जिसमें पीड़ित व्यक्त्ति के शरीर का तापमान अत्यधिक धूप या गर्मी के कारण बढ़ने लगता हैं । शरीर से ज्यादा पसीने निकलने की वजह से पानी व मिनरल्स की शरीर में कमी हो जाती है, और व्यक्ति को तापघात हो जाता है। इस दौरान - भूख कम लगना, सिरदर्द, थकान, चक्कर, मिचली या उल्टी, डिहाइड्रेशन और बुखार आ सकता है।
2-इमली–लू लगने पर इमली भी फायदेमंद होती है।अगर लू लग गयी है तो इमली को भिगोकर उसका पानी पीयें।इसमे चीनी भी मिला सकते हैं इससे भी लू में राहत मिलती है। इसके अलावा पकी इमली के गुदे को पानी में गाढ़ा घोलकर हाथ व पैर के तलवे पर लगाने से भी लू का असर खत्म होता है।
3-तुलसी-लू की समस्या होने पर तुलसी भी फायदेमंद औषधि है। तुलसी के पत्तों के रस में चीनी मिलाकर पीने से आराम मिलता है।
4-धनिया–धनिया को पानी में भिगोकर मसलकर छान ले।इस पानी में चीनी मिलाकर पीने से लू नहीं लगती है और लगी है तो असर खत्म हो जाता है।
5– दूध में 3 से 4 कालीमिर्च पीसकर मिलाकर शरीर पर मालिश करने से शरीर की गर्मी बाहर निकल जाती है और लू लगने पर राहत मिलती है।
6-इलेक्ट्रॉल पाउडर या ORS का घोल– लू लगने पर हमारे शरीर में पानी और मिनरल्स की कमी हो जाती है जिसे डिहाइड्रेशन (Dehydration) कहते हैं । इसका सबसे बढ़िया इलाज इलेक्ट्रॉल पाउडर या O R S पाउडर है। इसे पानी के साथ घोल बनाकर दिन में 3 से 4 बार देने से शरीर में पानी व मिनरल्स की कमी दूर होती है या Rehydration होता हैं।अगर ORS या Electral powder उपलब्ध न हो तो बराबर मात्रा में नमक व चीनी के साथ नीबू पानी में मिलाकर रोगी को पिलाना चाहिये।
*इससे आराम ना होने पर चिकित्सक से सम्पर्क करें।
गर्मी व लू से बचाव : Prevention for Heat Stroke or Heat
1- पानी कम से कम 8 से 12 गिलास रोज पीयें। भोजन करते समय पानी कम पीयें इसके कम से कम 30 मिनट बाद आप जितना हो सके पानी पी सकते हैं।2- घर से निकलने से पहले पानी पेट भर पी के निकले, बाहर या गर्मी से आने के कम से कम 15 मिनट बाद पानी पीयें या हाथ-पैर, मुँह धोयें क्योंकि शरीर का तापमान(Temperature) असंतुलित रहता हैं।
3- अगर घर से बाहर जाना है तो सुबह 10बजे के पहले और शाम को 4 बजे के बाद ही निकले क्योंकि 10 बजे से लेकर 4 बजे तक धूप बहुत तेज होता है जिससे लू लगने का खतरा बहुत ज्यादा होता है। अगर निकलना जरूरी हो तो कुछ सावधानी जरूर अपनायें -
*कभी भी खुले सिर बाहर न निकले क्योंकि इसके कारण चक्कर और सिरदर्द जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। ऐसे में सिर को ढककर ही बाहर निकले। इसके लिए छतरी,स्कार्फ या टोपी का इस्तेमाल करें। हो सके तो सिर को गीला कपड़ा से ढके ताकि गर्मी का असर थोडा कम हो।
*हल्का या सूती,ढीलाढाला,हल्का रंग वाले कपड़े पहनें।
*पानी ले कर निकले और बीच-बीच में पीते रहें।व पेय प्रदार्थ का भी सेवन कर सकते है।
4- धूप से आकर तुरन्त AC या Cooler में न बैठे और न ही ठण्डा पानी पीयें। जब शरीर का तापमान सामान्य हो जाये तभी पानी पीयें। या Ac या Cooler में रह कर तुरंत धूप में न जाएँ 15 मिनट बाद निकले।
5- गर्मी से राहत पाने के लिये शीतल व ठंडे फलों का सेवन करना बहुत जरूरी होता है क्योंकि ये फल हमारे शरीर को अंदर से ठण्डक प्रदान करते हैं। जिसमें विटामिन A, B, C, कार्बोहायड्रेट व मिनरल्स और पानी भरपूर मात्रा में पाये जाते हैं जैसे कि - बेल का शरबत, नींबू शिकंजी, गन्ने का रस, नारियल का पानी, आम का पना, सन्तरा खीरा, ककड़ी, तरबूज, खरबूज, आँवला आदि ।इनका सेवन करने से हमारे शरीर में पानी और मिनरल्स की कमी(Dehydration) नहीं होती है जिससे लू लगने का खतरा कम रहता है।
6- नींबू पानी – गर्मी के मौसम में नींबू का सेवन बहुत ही आवश्यक होता है क्योंकि इसमें विटामिन C पाया जाता है। गर्मी से होने वाली समस्याएं जैसे-गैस बनना,जी मिचलाना, कमजोरी महसूस होने पर नींबू में नमक और चीनी मिलाकर पीने से राहत मिलती है।इसके साथ-साथ नीबू पानी पीने से हमारी स्किन भी चमकती है।
7- अनाज का सेवन कम करें–गर्मी के मौसम में अनाज का सेवन कम करें क्योंकि अनाज शरीर में गर्मी को बढ़ाता है। इसलिये रात को हल्का भोजन ही करें और सुबह हल्का भोजन करके ही बाहर निकले ।इसके साथ साथ तेल, मसाला, चाय,काफी का भी सेवन कम करें। और तरल फल व पेयों का सेवन ज्यादा करें।
लू लगने के कारण - Causes of Heat Stroke
1 - पानी कम पीना।2 - बहुत लंबे समय तक गर्म मौसम में रहना।
3 - गर्म मौसम से तुरंत ठण्डे मौसम में जाना
4 - तरल प्रदार्थ का सेवन ना करना।
लू लगने के लक्षण - Symptoms of Heat Stroke
लू लगने पर आप को बहुत जल्द इस बीमारी का लक्षण दिखने लगेगा । इसके लक्षण निम्न है -*लू लगना या तापघात ऐसी अवस्था हैं जिसमें पीड़ित व्यक्त्ति के शरीर का तापमान अत्यधिक धूप या गर्मी के कारण बढ़ने लगता हैं । शरीर से ज्यादा पसीने निकलने की वजह से पानी व मिनरल्स की शरीर में कमी हो जाती है, और व्यक्ति को तापघात हो जाता है। इस दौरान - भूख कम लगना, सिरदर्द, थकान, चक्कर, मिचली या उल्टी, डिहाइड्रेशन और बुखार आ सकता है।
लू का घरेलू उपचार - Home Remedies for Heat Stroke
1–प्याज- गर्मी के मौसम में प्याज जरूर खाना चाहिए क्योंकि प्याज लू से बचाने में कारगर है। दिन में दो तीन बार प्याज का सेवन करना चाहिए।भुने हुए प्याज को पीसकर उसमें जीरे का चूर्ण मिलाकर खाने से लू का असर खत्म होता है।2-इमली–लू लगने पर इमली भी फायदेमंद होती है।अगर लू लग गयी है तो इमली को भिगोकर उसका पानी पीयें।इसमे चीनी भी मिला सकते हैं इससे भी लू में राहत मिलती है। इसके अलावा पकी इमली के गुदे को पानी में गाढ़ा घोलकर हाथ व पैर के तलवे पर लगाने से भी लू का असर खत्म होता है।
3-तुलसी-लू की समस्या होने पर तुलसी भी फायदेमंद औषधि है। तुलसी के पत्तों के रस में चीनी मिलाकर पीने से आराम मिलता है।
4-धनिया–धनिया को पानी में भिगोकर मसलकर छान ले।इस पानी में चीनी मिलाकर पीने से लू नहीं लगती है और लगी है तो असर खत्म हो जाता है।
5– दूध में 3 से 4 कालीमिर्च पीसकर मिलाकर शरीर पर मालिश करने से शरीर की गर्मी बाहर निकल जाती है और लू लगने पर राहत मिलती है।
6-इलेक्ट्रॉल पाउडर या ORS का घोल– लू लगने पर हमारे शरीर में पानी और मिनरल्स की कमी हो जाती है जिसे डिहाइड्रेशन (Dehydration) कहते हैं । इसका सबसे बढ़िया इलाज इलेक्ट्रॉल पाउडर या O R S पाउडर है। इसे पानी के साथ घोल बनाकर दिन में 3 से 4 बार देने से शरीर में पानी व मिनरल्स की कमी दूर होती है या Rehydration होता हैं।अगर ORS या Electral powder उपलब्ध न हो तो बराबर मात्रा में नमक व चीनी के साथ नीबू पानी में मिलाकर रोगी को पिलाना चाहिये।
*इससे आराम ना होने पर चिकित्सक से सम्पर्क करें।