शकरपारे जिसे कई जगह खासकर यूपी में खुरमा भी कहा जाता है। यह उत्तरी भारत का एक लोकप्रिय मिठाई है। जिसे आप किसी त्यौहार पर या कभी भी बना सकते हैं। मैदा के कुरकुरे टुकड़े को चीनी की चाशनी में कोट करके बनाया जाता है। चलिए शुरू करते हैं शकरपारे बनाना...
सामग्री
200 ग्राम (2 कप)मैदा
50 ग्राम (1/4 कप) घी मोयन के लिये
150 ग्राम ( एक कप)चीनी
तलने के लिये तेल या घी
बनाने की विधि
मैदा को किसी बर्तन में छान कर निकालिये, घी डालिये
और हाथ से मैदा और घी को अच्छी तरह मिलने तक मिला लीजिये।
पानी की सहायता से मैदा को पूरी से भी थोड़ा सख्त
आटा गूथिये। आटे को सेट होने के लिये 20 मिनट तक ढककर रख दीजिये।
गुथे हुये आटे से 2 लोई बना कर तैयार कीजिये। एक लोई को उठाइये और गोल करके 10-11 इंच के व्यास में, 1/4 सेमी. मोटी पूरी बेलिये। चाकू से आधा इंच की दूरी पर काटिए। दूसरी ओर से भी इसी तरह काटकर चौकोर या तिकोना शकर पारे बनाकर तैयार कीजिये।दूसरी लोई को भी इसी तरह बेलकर अपने मनपसन्द आकार या तिकोना आकार के शकरपारे काट कर तैयार कर लीजिये।
कढ़ाई में घी डालकर गरम कीजिये, गरम घी में जितने शकरपारे आ जाएं डालिये और दोनों तरफ से ब्राउन होने तक तल कर निकाल लीजिये, शकर पारे धीमी और मीडियम गैस पर ही तले। सारे शकर पारे इसी तरह तल कर तैयार लीजिये।
चाशनी बनाइये
पैन में चीनी डालिये और आधा कप पानी मिलाइये, गैस
पर उबलने के लिए रखिये, चाशनी को चीनी घुलने तक पकने दीजिये, चीनी घुलने के बाद चाशनी को टेस्ट कीजिए।
एक बूंद चाशनी की किसी प्याले में टपकाइये और ठंडा
होने के बाद चाशनी को उंगली से उठाइये, उंगली और अंगूठे के बीच चिपका कर देखिये, ऊंगली और अंगूठे को अलग करते समय चाशनी में 2 तार निकलने चाहिये, अगर ऊंगली के बीच 2 तार निकलते हैं तो समझिए कि 2 तार की चाशनी बनकर तैयार है।
तैयार चाशनी में तले शकर पारे डालिये और शकर पारे
अच्छी तरह शक्कर कोट होने तक चमचे से चला कर मिलाते रहिये। चीनी कोट होने के बाद शकरपारे अच्छी तरह ठंडा होने के बाद, एअर टाइट कन्टेनर में भर कर रख लीजिये और जब भी आपका मन हो शकर पारे
कन्टेनर से निकालिये और खाये।
नोट-शकरपारे को चाशनी में मिलाते समय थोड़ा सा मैदा छिड़क दीजिए जिससे शकरपारे आपस में चिपकेगें नही।
आप चाहें तो मैदा की जगह आटा प्रयोग कर सकते हैं या आधा आटा आधा मैदा।