जब मौसम बदलता है तो बीमार होने की आशंका बढ़ ही जाती है। सर्दी का मौसम आते ही खांसी, जुकाम, सिरदर्द, बुखार आदि समस्याएं शुरू हो जाती हैं।अगर सही समय पर सही देखभाल न की जाए तो ये समस्याएं गम्भीर बीमारी का रूप धारण कर लेती हैं। इसके लिए हम कुछ आयुर्वेदिक व घरेलू नुस्खों का इस्तेमाल कर इन बीमारियों से शुरुआत में ही छुटकारा पा सकते हैं। आइए जाने सर्दी से बचने के आयुर्वेदिक उपाय …
1-शहद व अदरक का रस 1-1 चम्मच मिक्स करके सुबह-शाम सेवन करने से जुकाम ठीक होता है।
2-अगर खांसी बहुत ज्यादा आ रही है तो एक प्याज के रस को गर्म करके शहद मिला कर दिनभर में 3से4 बार सेवन करें।
3-तुलसी का रस, अदरक का रस, प्याज का रस शहद के साथ सेवन करें।
4-लम्बे समय से जुकाम है तो काली मिर्च का चूर्ण दही व गुड़ के साथ मिक्स करके प्रतिदिन सुबह-शाम खाने से ठीक हो जाता है।
5-एक बड़ा चम्मच आजवाइन में थोड़ा सा सेंधा नमक मिला कर गुनगुने पानी से लेने से जुकाम से छुटकारा मिलता है।
6-हल्दी व दूध को गर्म करके गुड़ मिला कर पीने से जुकाम, कफ व शरीर दर्द में आराम मिलता है।
7-हल्दी के टुकड़े को घी मे सेंककर रात में सोते समय मुंह में रखने कफ, सर्दी व खांसी में फायदा होता है।
8-हल्दी नमक मिश्रित भुनी हुई आजवाइन को भोजन करने के बाद खाने से खांसी मिटती है।
9-जब खांसी हो तो आजवाइन का धुआं लेना चाहिए।
10-थोड़ी सी सेंधा नमक व 3 से 4 काली मिर्च पीसकर गुनगुने पानी से फाँके खांसी मे राहत मिलेगा।
11-कुछ लोगों को पूरे वर्ष जुकाम रहता है वे लोग 1मिली०तुलसी का रस, 1मिली०लहसुन का रस व 1ग्राम काली मिर्च चूर्ण को पानी में मिला कर सुबह शाम पीएं। दो माह तक नियमित इसका सेवन करने से जुकाम से पूर्ण रूप से मुक्ति मिलती है।
12-नींबू का रस गर्म पानी में मिलाकर रात को सोते समय पीने से सर्दी दूर होती है।
13-अगर सूखी खांसी हो तो तुलसी के बीज, अदरक और प्याज बराबर मात्रा में लेकर कूट लें और शहद मिलाकर चाटें आराम मिलेगा।
14-अगर गीली खांसी हो तो तुलसी के सूखे पत्ते पीसकर शहद मिलाये और चाट लें।
15-हींग के घोल को नाक के पास व छाती पर मले। इसे पैर के तलुवो पर भी मलें जुकाम शान्त होगा।
16-तुलसी के पत्ते के साथ 3से 4 भूनी हुई लौंग का सेवन करने से सभी प्रकार की खांसी मिटती है।
17-खांसी व बुखार है तो एक चम्मच सोंठ का चूर्ण भूनकर एक चुटकी आजवाइन और पीसी हुई गुड मिलाकर खाए और गर्मागर्म दूध पी कर कंबल ओढ़कर सो जाए, खूब पसीना आने दे । दिन में तीन से चार बार इसका सेवन करें। दो दिन में बुखार व खांसी ठीक हो जाएगी।